The Basic Principles Of sidh kunjika
The Basic Principles Of sidh kunjika
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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति षष्ठोऽध्यायः
श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः
श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः
गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति ।
पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा॥
येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः शुभो भवेत् ॥ १ ॥
इस पाठ के करने से अष्टसिद्धियां प्राप्त होती हैं.
It holds the power to provide enlightenment throughout the contrasting Power of read more Shiva and Shakti and gives enough ability to practical experience equally energies at the same time, which, in turn, allows you fully grasp your very own Vitality.
श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)
देवी माहात्म्यं दुर्गा द्वात्रिंशन्नामावलि
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
नमस्ते शुम्भहन्त्र्यै च निशुम्भासुरघातिनि ।